दिल्ली: JNU एक बार फिर बना चर्चा का विषय, दीवारों पर लिखे गए विवादित नारे

दिल्ली: JNU एक बार फिर बना चर्चा का विषय, दीवारों पर लिखे गए विवादित नारे

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी एक बार फिर से चर्चा में आ गई है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में नाफरती मामला एक बार फिर से सामने आया है। यूनिवर्सिटी की दीवारों पर विवादित नारे लिखे जाने का मामला सामने आया है। यूनिवर्सिटी की दीवारों पर लिखे गए तारों को लेकर छात्र संगठनों ने गहरी आपत्ति जताई है। इससे पहले भी कई बार जेएनयू कैंपस में इस तरह के विवादित मामले सामने आते रहे हैं। 

जेएनयू में देश विरोधी नई लिखे जाने की खबर के बाद कांग्रेस नेता रिटायर्ड कर्नल रोहित चौधरी ने विवादित बयान दे दिया है। करनाल रोहित

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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी एक बार फिर से चर्चा में आ गई है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में नाफरती मामला एक बार फिर से सामने आया है। यूनिवर्सिटी की दीवारों पर विवादित नारे लिखे जाने का मामला सामने आया है। यूनिवर्सिटी की दीवारों पर लिखे गए तारों को लेकर छात्र संगठनों ने गहरी आपत्ति जताई है। इससे पहले भी कई बार जेएनयू कैंपस में इस तरह के विवादित मामले सामने आते रहे हैं। 

जेएनयू में देश विरोधी नई लिखे जाने की खबर के बाद कांग्रेस नेता रिटायर्ड कर्नल रोहित चौधरी ने विवादित बयान दे दिया है। करनाल रोहित चौधरी ने कहा कि बहुत सी चीज राज्य प्रायोजित होती है। उन्होंने कहा कि आज का समय व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी का समय है जिसमें दुष्प्रचार करने के लिए कई तरह के हथकंडे अपनाए जाते है।

दीवारों पर लिखे गए विवादित नारों की बात सामने आने के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने इस मामले की जांच करने की मांग की है। एबीवीपी ने कहा है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और जेएनयू प्रशासन से इस मामले की जांच की मांग की है। इस संबंध में एबीवीपी ने जेएनयू प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है।

जानकारी मिली है कि जो नर जेएनयू की दीवारों पर लिखी गई है वह भारतीय जनता पार्टी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कश्मीर से संबंधित है। बता दे कि अब तक के सामने नहीं आया कि है कि इन तारों को किसने लिखा है और इन नारों को लिखने के पीछे क्या कारण है।

 

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